Click Here!

सोमवार, 24 फ़रवरी 2014

बचपन की तरह

उम्र-ऐ-जवानी फिर कभी ना मुस्करायी बचपन की तरह..
मैंने साइकिल भी खरीदी, खिलौने भी लेके देख लिए..
Categories: ,